हजारो सवाल उठते है मन मे, जब वो घर छोड़ के भाग जाती है ,
कभी ये न सोचा हमने, हैरान ,परेशान है वो, उनपे क्या बितती है ।
मैं आनेवाले कल के लिए जी रहा था , वो बीते हुए कल के साथ भाग जाती है ,
मैं वक्त नहीं दे पाता था उनको ,शायद इसलिए उनकी किस्मत जाग जाती है ।
मैं आज भी उनको उतनाही चाहता हूँ ,जितना पहले चाहता था ,
वो तो किसी और की हो चली , मैंने ऐसा कभी न चाहा था ।
मैंने तो हमेशा खुशिया देना चाहा है , न जाने क्या कमी रह गई ,
सवाल अब भी है मन मे , की गलती क्या हो गई ।
जिसके लिए कमाई इतनी अमानत, शोहरत, वो तो अलविदा कह गई ,
सवाल तो अब भी है मन मे , मुझे छोड़कर वो आखिर क्यो चली गई ?
-सुनील जगदाले