चलते चलते युंही, ये हम कहाँ आ गये
सौ साल न्यु इंडिया के पूरा हम कर गये..
आसान नही था चलना, लाखों की भीड में
नंबर एक परही रहना था, न्यू इंडिया के तकदीर में
दिन ब दिन प्रगती के हर शिखर पर चढ गये
सौ साल न्यु इंडिया के पूरा हम कर गये..
बाढ हो या भूकंप सबको हमने झेला है
हर मुसीबत में न्यू इंडिया ने, हम सभीको संभाला है
उतार-चढाव की हर सीढी पार करते गये
सौ साल न्यु इंडिया के पूरा हम कर गये..
बीमा क्षेत्र मे न्यू इंडिया ने, हर पढाव पार किया है
डिजिटल जमाने में, तकनीक क्षेत्र में भी बदलाव किया है
वक्त के साथ साथ, हम भी बदलते गये
सौ साल न्यु इंडिया के पूरा हम कर गये..
क्यू ना आगे भी, एक साथ जुटे रहें
न्यू इंडिया हमारा है, अभिमान से कहते रहें
सालोंतक सबको, खुशिया बाँटते जायें
दो सौ साल न्यु इंडिया के पूरा हम करते जायें..
सुनील जगदाले
मुंबई क्षेत्रीय कार्यालय -२