ऐसा न था मैं
ऐसा न था मैं, अलग, अकेला रहनेवाला ।। धृ ।।
खुली आंखों से अन्याय देख,चुपकर सहनेवाला ।। 1 ।।
सरेआम गुंडा-गर्दी देख, नजरें झुकानेवाला ।। 2 ।।
लाखों, करोड़ों की भीड़ में, खुदको छुपानेवाला ।। 3 ।।
आपत्तिजनक समय पर, संकट से भागनेवाला ।। 4 ।।
बेदर्दी आवाजें सुनकर, अनसुना करनेवाला ।। 5 ।।
इस दुनिया में शर्मिंदगीसे, झुककर जीनेवाला ।। 6 ॥
ऐसा न था मैं, अलग, अकेला रहनेवाला....
Chandrayaan 2
5 years ago
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