Tuesday, September 22, 2015

हिन्दी

हम तो यूं ही घबरा गए थे, कवि सम्मेलन के नाम पर
हमें क्या पता था, यूं ही लोग हँसेंगे हम पर।

हिन्दी पखवाड़े का, एक ऐसा मौका आया
और हमने कवियोंका दरवाजा खटखटाया।

एक-दो करके हम, जमा कर रहे थे कवियोंकों
यहाँ तो पूरा कवियोंका मेला हो आया।

सोचा की एक रोज, मैं भी कवि बन जाऊँ
इनसे दो-चार लप्ज सीखके, टी वी में झलक दिखलाऊं।

पर ये होने से पहले, मुझे एक सपना आया
आप कहें तो मैं, पहले वो सपना बताऊँ।

हुआ यूँ कि मेरे सपने में आयी हिन्दी भाषा
वही हिन्दी जो है देश की राष्ट्रभाषा और हमारी आशा।

वो बोली मुझसे, की घबराना नहीं मेरे दोस्त
मै इसलिए आयी हूँ, कि खत्म कर दूँगी भाषा की निराशा।

पढ़ना, लिखना सब हिन्दी में हो जाएगा
और देखना एक दिन, अंग्रेज़ी का नामोनिशान मिट जाएगा।

Tuesday, August 25, 2015

मोबाईल


हमने बचपन में मोबाईल नहीं देखा था

तब हम नजरों से बात करते थे

आप अभी उंगलियों से नचा रहे हो....

तब हम इशारों पर नाचते थे



हमको आपका ये मोबाईल नहीं भाता

क्योंकि ना तो ये खुद चार्ज रहता

और ना ही हमें रहने देता





माना कि तकनीक का जमाना है

लेकिन माँ बाप साथ ना हों

तो ये सब किसलिए कमाना है



मेरी एक दरख्वास्त है भगवान तुझसे

की कोई मोबाइल को भूलेगा चला लेना...

लेकिन माँ बाप को कभी भुलने ना देना......

Tuesday, January 13, 2015

ऐसा क्यूं होता है


1. जब हम कहीं जाने के लिए जल्दी निकलते है तभी गाडियाँ देरी से चलती है।

2. बारिश के मौसम मे जब छाता नहीं होता उसी दिन ज्यादा बारिश आती है।

3. जिस बस का इंतजार हम करते है वही बस जल्दी नहीं आती।

4. घर मे कोई बीमार पड़ता है तभी खाते मे पैसे कम रहते है।

5. गाँव जाना रहता है तभी रिझर्वेशन/ सीट नहीं मिलता है।

6. कोई भी गाड़ी चलाते वक्त जब जल्दी रहती है तभी पुलिस पकड़ता है।

7. किसी को मिलने हम वक्त पर जाते है पर वही देर से आता है।

8. जब टेलीविज़न मे हमे एक चैनल देखना है तभी औरों को दूसरा चैनल देखना रहता है।

9. ऑफिस मे ज्यादा काम होता है तभी घरवालों का फोन आता है।

10. घर मे मेहमान आते है तभी शक्कर/दूध या चाय पावडर कम रहती है।

11. साथमें सामान ज्यादा रहता है तभी टैक्सीवाला नहीं मिलता है।

12. कोई पैसे की मदद माँगता है तभी अपने पास पैसे नहीं रहते है।

13. घर जाने की जल्दी रहती है तभी बॉस बुलाता है।

14. रेल टिकट के लिए लाइनमे अपना नंबर आता है तभी वही खिड़की बंद हो जाती है।

15. पति को आराम करना रहता है तभी पत्नी शॉपिंग का जिक्र करती है।

16. जब पत्नी को शॉपिंग करना है तभी पती साथ जाना नापसंद करता है।

17. मन में अफसोस रहते हुए भी हम उससे माफी नहीं मांगते।

18. बच्चों को मना करने के बाद भी बच्चे वही करते है जो हम नहीं चाहते।

19. बच्चों के साथ बच्चे नहीं बन पाते जब हम बड़ोंके साथ बड़ा जल्दी बनते है।

20. खुशी आती है तो सबको नहीं बताते लेकिन गम सबको बताते फिरते है... क्या करें..???

Monday, January 12, 2015

नववर्षाच्या हार्दिक शुभेछा

नवीन वर्षाच्या सर्वांना हार्दिक शुभेछा